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Parchhai Lyrics

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Parchhai Lyrics Song Info

Song Title:   Parchhai
Singer:   Sonu Nigam
Composer:   Palash Muchhal
Lyricist:   Palak Muchhal
Released:   June 24, 2024

Parchhai Lyrics

[संगीत]
कहने को तो मैं जी रहा
हूं धड़कन से सांसे ही जुदा
है मंजिल तक पहुंचा तो यह
 
जाना रास्ते में खुद को खो दिया
है खुद की क्या पहचान दूं मैं खुद से ही
अनजान हूं मैं जीता हूं मगर अब जिंदा ही
 
नहीं जो सोचा वो समझा ही
नहीं रूठे खयालों में कैसी तन्हाई है ना
जानू मैं हूं या मेरी परछाई है रूठे खयालो
 
कैसी तनहाई है ना जानू मैं हूं या मेरी
परछाई है
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
[प्रशंसा]
[संगीत]
 
सोनी सोनी सी रातों में खालीपन मुझको खलता
है सब है मगर कुछ भी
नहीं तन्हा तन्हा से इस दिल में कोई कांटा
 
क्यों चुपता है आंखों में हर पल है
नमी खुद की क्या पहचान दूं मैं खुद से ही
अनजान हूं मैं जीता हूं मगर
 
अब जिंदा ही नहीं जो सोचा वो समझा ही
नहीं रुठे खयालों में कैसी तन्हाई है ना
 
जानू मैं हूं या मेरी परछाई
है ठे खयालों में कैसी तनहाई है ना जानू
मैं हूं या मेरी परछाई है
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